केरल में बर्ड फ्लू ने दी दस्तक, पक्षियों को मारने का काम आज से शुरू

एएनआइ। केरल में एवियन इंफ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) के दो मामले सामने आए हैं। राज्य सरकार ने प्रभावित इलाकों में पक्षियों को मारने के लिए रैपिड रिस्पांस टीमें भेजने का फैसला किया है।



 रैपिड रिस्पांस टीमें पक्षियों को मारने का काम करेंगी शुरू


कोझिकोड के जिलाधिकारी सीरम संबाशिव राव ने बताया, 'कोडियाथूर और वेंगेरी गांवों में एवियन इंफ्लुएंजा के दो मामले सामने आए हैं। हमने 25 रैपिड रिस्पांस टीमें गठित की हैं जो रविवार से पक्षियों को मारने का काम शुरू करेंगी। यह काम दो-तीन दिन में पूरा हो जाएगा।'


पक्षियों को मारने के बाद केंद्र से एक किमी के दायरे को कीटाणु रहित बनाया जाएगा


उन्होंने बताया कि एवियन इंफ्लुएंजा के संबंध में स्थानीय निवासियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया, 'पक्षियों को मारने का काम पूरा होने के बाद रैपिड रिस्पांस टीमें इसके केंद्र से एक किमी के दायरे को कीटाणु रहित बनाएंगी।'


इंफ्लुएंजा को फैलने से रोकने के लिए स्वस्थ और प्रभावित पक्षियों को मारा जाएगा- पशुपालन विभाग


पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. एनके प्रदीप कुमार ने कहा, 'इंफ्लुएंजा को फैलने से रोकने के लिए टीमें इसके केंद्र स्थान पर सभी स्वस्थ और प्रभावित पक्षियों को मार देंगीं।'


केरल में हाई अलर्ट जारी करने की मांग


पशुपालन विभाग ने तिरुवनंतपुरम में मंत्री के राजू की उपस्थिति में एक आपातकालीन बैठक की जिसके बाद राज्य में हाई अलर्ट जारी करने की मांग की गई है। हालांकि विभाग ने लोगों को बताया कि इससे डरने की जरूरत नहीं है, संक्रमण हमारे नियंत्रण में है।


कोरोना वायरस के बाद अब बर्ड फ्लू का डर लोगों को सता रहा


कोरोना वायरस के बाद अब बर्ड फ्लू का डर लोगों को सता रहा है। वायरस की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग इससे निपटने की तैयारी में जुट गया है। लोगों में भी चर्चा शुरू हो गई है।


बर्ड फ्लू के वायरस संक्रमण काफी तेजी से होता है


चिकित्सकों के मुताबिक, बर्ड फ्लू के वायरस संक्रमण काफी तेजी से होता है। अगर समय रहते सावधानी नहीं बरती गई तो खतरा बढ़ सकता है। जिस इलाके में वायरस मिला है, उस क्षेत्र के लोगों के साथ अन्य लोगों को भी सतर्कता बरतने की जरूरत है। खासकर, चिकन और अंडे के सेवन के प्रति विशेष सावधानी बरतनी होगी।