सास-बहू हत्याकांड में बड़ा खुलासा, पड़ोसियों ने बताया चौंकाने वाला सच

राजधानी दिल्ली के रोहिणी इलाके में शुक्रवार तड़के एक बुजुर्ग ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर बहू और पत्नी की हत्या कर दी। बीच बचाव में आए अपने छोटे बेटे पर भी चाकू से हमला किया, जिससे वह मामूली रूप से घायल हो गया। आरोपी को अपनी पत्नी और बहू के चरित्र पर शक था। बेटे ने बुजुर्ग को कमरे में बंद कर घटना की जानकारी पुलिस को दी। बुजुर्ग का बड़ा बेटा गौरव आईबीएम कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और सिंगापुर में कार्यरत है। वहीं छोटा बेटा भी साफ्टवेयर इंजीनियर है और सैप बंगलूरू में काम करता है।



बृहस्पतिवार रात वह दिल्ली आया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से चाकू बरामद कर लिया है। आरोपी सेवानिवृत्त शिक्षक है। जिला पुलिस उपायुक्त एसडी मिश्रा ने बताया कि आरोपी की पहचान सतीश चौधरी (64) के रूप में हुई है। जबकि उसकी मृत पत्नी की शिनाख्त स्नेहलता (62) और बहू की प्रज्ञा चौधरी(35) के रूप में हुई है। सतीश अपनी पत्नी, बहू और चार साल की पोती आरोही और एक साल के पोते आर्यन के साथ रोहिणी सेक्टर- चार स्थित शिव अपार्टमेंट में रहता था।


सतीश निजी स्कूल से सेवानिवृत्त शिक्षक था जबकि उसकी पत्नी डीटीसी से सेवानिवृत्त हुई थी। बहू ने कुछ दिन पहले एयर होस्टेस की नौकरी छोड़कर घर पर रहती थी। पूछताछ में सतीश ने बताया कि उसे अपनी पत्नी और बहू के चरित्र पर शक था इसलिए उसने दोनों पर चाकू से हमला किया है। उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। छानबीन में पता चला कि उसने अपनी पत्नी को एक चाकू मारा है जबकि बहू पर चाकू के दर्जनों वार किए। 



आरोपी का ऐसा था स्वाभाव, इसलिए नहीं करते थे लोग बात 
स्थानीय लोग आरोपी सतीश के बारे में ज्यादा कुछ भी कहने से बच रहे थे। स्थानीय लोगों के मुताबिक सतीश काफी झगड़ालू प्रवृति का व्यक्ति था इसलिए लोग उससे कम ही बात करते थे। एक समय वह आरडब्ल्यूए का प्रधान रह चुका था। लोगों ने बताया कि कभी कभार उनके घर से झगड़े की आवाज आती थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि वह इलाके में स्थित एक निजी स्कूल में टीचर था और घर पर भी ट्यूशन देता था।


प्रज्ञा को उसके चाचा चाची से पाला था 
प्रज्ञा के चाचा बलवीर रोहिणी के अवंतिका इलाके में रहते हैं। बलवीर ने बताया कि बचपन में ही प्रज्ञा के माता-पिता का देहांत हो गया था। उसने ही प्रज्ञा का लालन-पालन किया। प्रज्ञा पढ़ाई में होशियार थी। एयर होस्टेस का कोर्स करने के बाद वह इंडिगो एयरलाइंस में काम करने लगी। करीब छह साल पहले उसकी गौरव चौधरी से शादी हुई। शादी होने के बाद वह काफी दिनों तक पति के साथ सिंगापुर में रही। इस दौरान उसे एक बेटी हुई। सास के नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद वह दिल्ली में रहने लगी। जहां उसने एक बेटे को जन्म दिया। बलवीर ने बताया कि प्रज्ञा अपने ससुराल के बारे में कम ही बताती थी। कुछ माह पहले ही प्रज्ञा ने नौकरी छोड़ दी थी। उन लोगों को सतीश चौधरी के स्वभाव के बारे में जानकारी थी।