मैकडोनाल्ड कंपनी ने सीईऔ स्टीव ईस्टरब्रुक को अवैध संबंध के आरोपों के बाहर का रास्ता दिखाया है. ईस्टरबुक को निकाले जाने की जानकारी खुद कंपनी ने दी है. कि उन्होंने कंपनी के नियमों को तोड़ा है, जिसके कारण उन्हें कंपनी से बाहर निकाला जा रहा है। खबरों की मानें तो ईस्टरब्रुक का कंपनी में किसी कर्मचारी के साथ संबंध थे और इसी लिए उन्हें कंपनी से निकाला गया है।
आपको बता दें कि स्टीव ईस्टरब्रुक ने साल 2015 में कंपनी के सीईओ बने थे। ईस्टरब्रुक का कार्यकाल 1 मार्च 2015 में शुरू हुआ था और कंपनी के नियमों के मुताबिक, प्रबंधकों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष अधीनस्थों के साथ संबंध रखने की अनुमति नहीं है।
इसी के साथ कंपनी ने ये भी जानकारी दी है कि ईस्टरब्रुक की जगह अब क्रिस केम्पकिन्स्की लेंगे। केम्पकिन्स्की साल 2015 से मैकडोनाल्ड के साथ जुड़े हैं। हाल ही में उन्होंने मैकडोनाल्ड यूएसए के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया था।
ईस्टरब्रुक ने अपनी गलतियों को मानते हुए कर्मचारियों को एक ईमेल लिखा और स्वीकार किया कि उनका कंपनी में एक कर्मचारी के साथ संबंध बनाकर गलती की। साथ ही ईमेल में उन्होंने यह भी लिखा कि वो बोर्ड से सहमत हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि केम्पकिन्स्की सीईओ के पद के लिए उपयुक्त हैं। निदेशक को भी केम्पकिन्स्की पर भरोसा है।
बताते चले कि ईस्टरब्रुक के रहते कंपनी को काफी फायदा हुआ है। 2015 के बाद कंपनी के स्टॉक करीब दोगुने हुए हैं। हालांकि तीसरी तिमाही में निवेशक थोड़े कम हो गए थे। बता दें कि ईस्टरब्रुक ने युनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफर्ड के बिजनेस स्कूल से पढ़ाई की है और उनका पहले तलाक भी हो चुका है।