माइग्रेन में दालचीनी मददग़ार साबित होता है, केरे ऐसे उपयोग

यह तो आप सभी जानते होंगे की दुनियाभर में भारतीय मसाले सबसे ज्यादा मशहूर हैं। साथ बहुत सारे मसाले ऐसे भी हैं जो औषधीय गुणों से भरपूर माने जाते हैं। अगर इन सभी मसालों को दवाईयों के रूप में किया जाए तो  ये शरीर की बहुत सारी बीमारियों के इलाज में काम आ सकती हैं।



भारतीय मसालों में सबसे ज्यादा मशहूर दालचीनी में छिपा है औषधीय गुणों का खजाना है। इसका सेवन करने से बहुत सी बीमारियों में आराम मिलता तो मिलता है। साथ ही डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, एक्ने, मुंह की दुर्गंध के साथ ही इसका सेवन माइग्रेन के मरीजों के लिए भी रामबाण का काम करता है। अगर कोई व्यक्ति माइग्रेन की समस्या से परेशान है तो दालचीनी का सेवन करना शुरू कर दें।


आपको बता दें कि माइग्रेन में सिर के एक हिस्सें में भयानक दर्द होता है। माइग्रेन का दर्द होने पर चक्कर और उल्टी जैसी समस्या होने लगती है और एक बार जब माइग्रेन की वजह से दर्द होना शुरू होता है तो फिर लगातार 72 घंटे तक हो सकता है। इस बीमारी में दवाओं से ज्यादा सही खानपान और दिनचर्या असरकारी होती है।


माइग्रेन का दर्द होने पर दालचीनी को पीस कर उसका लेप माथे पर लगा कर आधे घंटे के लिए छोड़ दें। आधे घंटे के बाद हल्के गर्म पानी से इसे धो दें। इस तरह की प्रक्रिया नियमित रूप से करने पर माइग्रेन में राहत मिलती है। इसके अलावा दालचीनी का पाउडर बना कर उसे तीन से चार बार ठंडे पानी के साथ सेवन करें।